माम के साथ पहला सेक्स
मेरी उम्र २३ साल है, यह कहानी तब की है ज़ब मैं १२ में पढता था, यहीकोई १८ साल का। मेरा नाम मानव है। मेरी मोसी जी के लड़के की नई शादीहुई तो मम्मी ने उन्हें कुछ दिनों के लिए घर पर बुला लिया। हम बहुत खुशहुए क्योंकि नई माम जो आई है। वो बहुत सेक्सी थी २८ -२४ -३०
एक दिन मैं और माम बात कर रहे थे तो मेरा हाथ उनके पेट पर चला गयाउन्होंने कुछ नहीं कहा। मेरे को अजीब से करंट लगा पर मैं बात करता गयाफिर वो अपने घर चली गई। वो भी मथुरा में रहती है। कुछ दिनों बाद मैंउनके घर गया और वीक में १ दिन ज़रूर जाता. मैं कभी फल कभी मिठाईले कर ज़रूर जाता।
३-४ महीने बाद एक दिन घर पर कोई नहीं था माम अकेली थी मैं बहुत खुशहो गया. हम बात करने लगे बात करते करते माम मेरी जांघ पर अपना सररख के लेट गई, बस मुझे लगा मेरे को चूत मिल गई.
फिर कुछ देर बाद माम ने बोला कि मैं गेट कि चिटकनी लगा आऊं, दोपहरमें मालूम नहीं पड़ता, और बोली कुछ देर सो जाओ.
माम सो गई पर मेरे को क्या सोना था मैं माम को देख रहा था. मेरी हिम्मतनहीं हो रही थी कि कुछ करूं, पर हिम्मत कर के मैंने उनके पेट पर हाथ रखदिया फिर धीरे धीरे उनके बूब्स पर। मेरे पूरे शरीर में कंपकपी आ रही थी।फिर मैंने दबाना शुरु किया, माम अचानक उठी और ज़ोर से बोली- मानवयह क्या कर रहे हो, चुपचाप सो जाओ, मै बुरी तरह डर गया फिर कुछ देरकुछ नहीं किया, फिर शुरु हो गया। अबकी बार माम ने कुछ नहीं कह। मैंनेउनके होटों पर अपना होंट रख दिया और ज़ोर ज़ोर से किस करने लगा होंठइतने प्यारे थे की कुछ और करने का मन ही नहीं कर रहा था. धीरे धीरेमाम गरम होने लगी और मुझसे भी ज्यादा ज़ोर ज़ोर से होंठ चूस रही थी.
फिर मैंने उनका बलाउज खोला और अन्दर से फडफडाते हुए वक्षों को ब्रा सेआजाद कर दिया.कभी बूब्स दबाता तो कभी उन्हें पीता, फिर मैंने साड़ी कोउतार दिया और वो बस चड्डी में रह गई थी, मैंने पहली बार चूत का दर्शनकिया और अपने होटों से चाटने लगा जैसे कोई आइसक्रीम चाट रहा हो.फिरक्या था माम ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ लेने लगी, मैं तो चूत चाटने में मस्तथा।
चूत की पक्को भी कर लेता माम के चेहरे से लग रहा था कि माम को मुझसेज्यादा आनंद आ रहा है, फिर अचानक उन्होंने मुझे हटा दिया और मेरेक्लोथ्स उतारने लगी। मेरा लंड को देख कर वो हैरान हो गई ६.४५ " लंबालंड मानो उन्होंने पहली बार देखा हो, और लोलीपोप की तरह चूसने लगीमेरा मज़ा बहुत ज़ल्दी निकल आया और मैंने उनके माउथ में ही रसपाननिकाल दिया।
फिर थोडी देर बाद मैंने उनकी चूत में अपना लंड डाला और मेरी तो फट गईथी डालने में चूत इतनी टाइट थी कि लंड छिल गया था। हल्के हल्के मैंधक्के मार रहा था फिर अचानक माम ज़ोर ज़ोर से ऊपर उठने लगी, औरमैंने कई स्टाइल से चूत मारी माम मुझसे पहले रस निकाल चुकी थी, मेराभी निकल गया और माम के ऊपर ही लेट गया थोड़ी देर में मैं उठा औरचुपचाप घर आ गया......अभी इस से भी बढिया एंड है इस कहानी का, वोमैं अगली बार बताऊंगा... जरा सोचो कि मैं चुपचाप क्यों चला गया औरबाद में क्या किया होगा
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